भारत के वीर जवानो जागो। ,
हिन्दू, सिक्ख, पठानो जागो।
आज बजा है पंचजण्य फिर,
हे मनु की संतानो जागो।
फिर भारत माँ जकडी बेडी में,
आज़ादी के परवानो जागो।
रावण फिर कर रहा है कलरव,
रघुकुल के सम्मानो जागो।
आज जगाता तुम्हें विधाता,
सोये हुये इंसानो जागो।
मज़हब की आँधी से लडने,
सौ-सौ हिन्दुस्तानो जागो।
Sunday, September 23, 2007
जागो
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