Wednesday, September 26, 2007

जीवन

लक्ष्य को एक निर्धारित कर के आगे उस पर बढना है।
लहू से अपने दुनिया का इतिहास नया एक गढ़ना है।
दुनिया को उसने जीता जिसकी आँखों में प्यार है।
औरों को दुःख देने वाले का जीना बेकार है।
और किसी में मिलता नहीं सुख देने में जो हर्ष है।
जीवन एक संघर्ष है।
जो लोग सदा रोते रहते वो लोग भला क्या जीते हैं।
सब अमृत को बैठे रहते हम ज़हर का प्याला पीते हैं।
जीवन जीना है एक कला हम उसी कला को जानते हैं।
जो हमको अपना माने हम उसको अपना मानते हैं।
तू मौत से न डरना प्यारे यह जीवन का निष्कर्ष है।
जीवन एक संघर्ष है।

No comments:

© Vikas Parihar | vikas