एक कॉफी तीस रूपए
अपानी जेब से गए
उसके बाद एक पिज्जा आया
उसके सॉस की नदी में हमने,
पचास का नोट बहाया
इसके बाद हम केफे कॉफी डे
के गेट से सीना तान बाहर निकले,
अपनी गाडी पर चढ़ गए
अन्दर से खुश थे,
मध्यम से उच्च वर्ग के
पथ पर बढ़ गए
एक कॉफी तीस रूपए
अपानी जेब से गए
उसके बाद एक पिज्जा आया
उसके सॉस की नदी में हमने,
पचास का नोट बहाया
इसके बाद हम केफे कॉफी डे
के गेट से सीना तान बाहर निकले,
अपनी गाडी पर चढ़ गए
अन्दर से खुश थे,
मध्यम से उच्च वर्ग के
पथ पर बढ़ गए
लेखक:- विकास परिहार at 22:18
श्रेणी:- नया प्रयोग
My blog is worth $16,417.00.
How much is your blog worth?
© Vikas Parihar | vikas
2 comments:
बहुत सही।कम शब्दों में एक भावदर्शन।
अपनी गाडी पर चढ़ गए
अन्दर से खुश थे,
मध्यम से उच्च वर्ग के
पथ पर बढ़ गए
बात तो ठीक है किन्तु मध्य वर्ग से इतनी घृणा..?
क्यों भाई...?
Post a Comment